वाशिंगटन। ईरान के खिलाफ सोमवार से प्रभावी हुए अमेरिका के अब तक के सबसे कड़े प्रतिबंधों के बारे में ट्रंप प्रशासन का कहना है कि उसे इस बात का भरोसा है कि ईरान के शासन के बर्ताव को बदलने में ये असरदार सबित होंगे। हालांकि उन्होंने यह सवाल टाल दिया कि क्या भारत और चीन ने अमेरिका को यह पक्का भरोसा दिलाया है कि छह महीने के भीतर वे तेहरान से तेल खरीद पूरी तरह बंद कर देंगे। प्रतिबंध ईरान के बैंकिंग और ऊर्जा क्षेत्र में लागू हुए हैं और वहां से तेल आयात जारी रखने वाले यूरोप, एशिया तथा कहीं के भी देशों और कंपनियों पर फिर से जुर्माने का प्रावधान करते हैं। ईरान से तेल के सबसे बड़े खरीदार भारत और चीन हैं। ईरान के तेल और वित्तीय क्षेत्रों में अमेरिका के दंडात्मक प्रतिबंधों से अब तक ये देश बचे हुए हैं। माना जाता है कि एशिया के दोनों बड़े देश उन आठ देशों में शामिल हैं जिन्हें ईरान पर सोमवार से लागू हुए प्रतिबंधों से दुर्लभ छूट हासिल हुई है। ट्रंप प्रशासन ने कहा कि उसने चीन और भारत समेत तुर्की, इराक, इटली, जापान और दक्षिण कोरिया से कहा है कि वह जितना जल्द हो सके ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह बंद कर दे। हालांकि फॉक्स न्यूज पर एक टॉक शो के दौरान अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ ने उन सवालों को टाल दिया जिनमें पूछा गया था कि ईरान से तेल खरीद को पूरी तरह बंद करने को लेकर भारत और चीन की ओर से पक्का भरोसा मिला है या नहीं। इस तरह के सवालों के सीधे जवाब नहीं देते हुए उन्होंने कहा, ”देखिए हम क्या करते हैं। पहले के मुकाबले इस बार कहीं अधिक मात्रा में कच्चे तेल को हमने बाजार से हटा दिया है। उन प्रयासों को देखिए जो राष्ट्रपति ट्रंप की नीति से हासिल हुए हैं। हमने यह सब किया और साथ ही यह भी ध्यान रखा कि अमेरिकी उपभोक्ता इससे प्रभावित नहीं हों।
Related posts
-
दिव्य, भव्य और ऐतिहासिक होगा प्रयागराज में महाकुंभ
डॉ. राणा अवधूत कुमार, एडीटर-ICN कलशस्य मुखे विष्णुः कण्ठे रूद्रः समाश्रित: मूले त्वस्य स्थितो ब्रह्मा मध्ये मातृगणाः... -
पंचनद के तट पर हिमांशु शेखर परिदा की रेत कला का अद्भुत प्रदर्शन: चंबल घाटी में नई उम्मीदों का संदेश
Dr. S A Rana, Editor-ICN पंचनद, जालौन: पंचनद के ऐतिहासिक तट पर, जहां चंबल, यमुना, सिंध,... -
आर्टिफिशिएल इंटेलीजेंस में युवाओं का भविष्य सुरक्षित: प्रो. शाह
डॉ. राणा अवधूत कुमार, Editor-ICN लखनऊ: विदेश में एआई के क्षेत्र में काफी काम हुए हैं,...